शुभाकांक्षा
कु० प्रज्ञा शर्मा की काव्य प्रतिभा और सहज सम्प्रेसन मैं हिन्दी के अनेक काव्य मंचो पर देख चूका हूँ | इतनी कम उम्र में इन्होने कवि केदारनाथ अग्रवाल के काव्य में " प्रगतिशील चेतना एक आलोचनात्मक अध्ययन" प्रस्तुत करने का वीडा उठाया है, इनका यह कार्य अत्यंत प्रसंसनीय है, हिंदी जगत के प्रगतिशील कवियों में केदारनाथ अग्रवाल अपने आंचलिक कविताओं, प्रकृति प्रेम,ग्रामीणों के प्रति प्रेम, मजदुर प्रेम आदि के लिए हमेशा याद किये जाते हैं, कवि केदारनाथ अग्रवाल को सोवियत लैंड नेहरु पुरस्कार से सम्मानित किया गया और भी अनेक पुरस्कारों से विभूषित किया गया हैं, विदुषी प्रज्ञा शर्मा द्वारा लिखित " केदारनाथ अग्रवाल के काव्य में प्रगतिशील चेतना का आलोचनात्मक अध्ययन" शीर्षक आलोचना का आदि से अंत तक परायण करने का अवसर मिला हैं, लेखिका ने अन्त्य सह्रदयता से कवि केदारनाथ अग्रवाल के जीवन-वृत, काव्य शक्ति, प्रगतिशील चेतना, मार्क्सवादी दर्शन, दार्शनिक सिद्धांत और उनकी अभिव्यक्ति, उनकी अनेक रचनाओं आदि का अत्यंत गहनता से अध्ययन कर इस पुस्तक में दृष्टीभूत किया हैं|
योगेन्द्र कुमार राय
(सब इंस्पेक्टर, यूo पीo पुलिस)
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